इंडिया और ईरान की आर्थिक स्थिति में हाल के परिवर्तनों ने न केवल नागरिकों बल्कि व्यवसायों को भी प्रभावित किया है। ईरान ने अपने कर प्रणाली में बड़े बदलाव किए हैं, जो उसके उच्च-आय वाले उद्यमों पर केंद्रित हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि ईरान के नेशनल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन (INTA) ने पहले चार महीनों में कर आय में अभूतपूर्व वृद्धि कैसे की और इसके पीछे के कारण क्या हैं।
ईरान के नेशनल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन ने वर्तमान वित्तीय वर्ष (मार्च 21-22) के पहले चार महीनों में 2,314 ट्रिलियन रियाल (लगभग 7.73 अरब डॉलर) की कर आय कमाई। पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 852 ट्रिलियन रियाल था, जो 171% की वृद्धि दर्शाता है। इस दौरान कानूनी संस्थाओं पर कर 576 ट्रिलियन रियाल (1.92 अरब डॉलर) रहा। INTA की आय में आयकर और धन कर का हिस्सा क्रमशः 245 ट्रिलियन रियाल (819 मिलियन डॉलर) और 53.46 ट्रिलियन रियाल (178 मिलियन डॉलर) रहा। इस रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्यक्ष कर 876 ट्रिलियन रियाल (2.92 अरब डॉलर) और वस्तुओं और सेवाओं पर कर 562 ट्रिलियन रियाल (1.87 अरब डॉलर) तक पहुंच गया।
ईरान में कर घोषणाओं में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 4.44 मिलियन कर घोषणाएं वास्तविक संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत की गई हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 50% से अधिक की वृद्धि को दर्शाता है। INTA के एक अधिकारी मोहम्मद तागी पाकदमान के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021-22 में 2.2 मिलियन नए करदाताओं की पहचान की गई।
INTA ने बताया कि कर राजस्व का 48% सरकार की कुल राजस्व में योगदान देता है। ईरान के संविधान के अनुच्छेद 44 के अनुसार, सरकार के सभी मौजूदा खर्चों का स्रोत कर और शुल्क से प्राप्त राजस्व होना चाहिए, जबकि गैस और तेल से होने वाली आय का उपयोग निवेश और नागरिक विकास परियोजनाओं पर होना चाहिए।
हालांकि, ईरान का कर प्रणाली उच्च-आय वाले उद्यमों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। INTA के प्रमुख दवूद मन्जूर ने हाल ही में बताया कि इस वर्ष निर्माण उद्यमों पर कर में 5% से 20% की कमी की गई है। इसके अलावा, कर माफी कुछ व्यवसायों के लिए INTA की योजना में है और कुल कर आय में 2.5 गुना वृद्धि की उम्मीद है।
हालांकि, 4 मिलियन करदाताओं में से 1.6 मिलियन को शून्य कर की पात्रता मिली है और 800,000 अन्य को 5 मिलियन तौमान ($167) से कम कर देना है। इसके विपरीत, उच्च आय वाले करदाताओं का 5%, जिसमें चिकित्सा डॉक्टर और वकील शामिल हैं, INTA की कुल कर आय का 50% योगदान करेगा।
हाल ही में, बैंक लेनदेन पर कर लगाने का प्रस्ताव व्यापारियों और व्यवसाय मालिकों के बीच विरोध का कारण बना है। व्यवसाय मालिकों का कहना है कि सरकार की नई कर नीति उनके कामकाज पर नकारात्मक प्रभाव डालेगी।
INTA ने यह भी बताया कि पूंजीगत लाभ कर के तहत, चार वस्तुएं—आवास, सोना, विदेशी मुद्रा और ऑटोमोबाइल—कर के अधीन होंगी। इसके लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे की स्थापना की जा रही है।
ईरान के अमीर वर्ग में कर चोरी की समस्या भी बढ़ती जा रही है। ईरान में 250,000 करोड़पति हैं, लेकिन उनमें से आधे कर नहीं देते। यह स्थिति ईरान की अर्थव्यवस्था में असमानता का संकेत देती है।
ईरान के नेशनल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा उठाए गए कदम और कर प्रणाली में बदलाव, देश की आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं। हालांकि, यह स्पष्ट है कि अमीर वर्ग के लिए कर चोरी की समस्या अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
ईरान के टैक्स रेवेन्यू में वृद्धि का क्या कारण है?
ईरान के टैक्स रेवेन्यू में वृद्धि का मुख्य कारण नए करदाताओं की पहचान और उच्च-आय वाले उद्यमों पर ध्यान केंद्रित करना है।
क्या ईरान में कर प्रणाली में सुधार हो रहा है?
हाँ, ईरान की कर प्रणाली में सुधार हो रहा है, खासकर उच्च आय वाले उद्यमों पर ध्यान केंद्रित करने के कारण।
क्या ईरान में अमीरों पर कर लगाना संभव है?
यह संभव है, लेकिन कर चोरी और अन्य समस्याएं इसे चुनौतीपूर्ण बनाती हैं।
बैंक लेनदेन पर कर लगाने का क्या प्रभाव होगा?
बैंक लेनदेन पर कर लगाने से व्यापारियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उनके व्यवसाय प्रभावित हो सकते हैं।
क्या नए कर प्रस्तावों का विरोध हो रहा है?
हाँ, नए कर प्रस्तावों का व्यवसायियों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
ईरान में पूंजीगत लाभ कर कब लागू होगा?
पूंजीगत लाभ कर के लागू होने की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अभी तक कोई निश्चित तारीख नहीं है।
क्या ईरान में कर चोरी एक बड़ी समस्या है?
हाँ, ईरान में कर चोरी एक बड़ी समस्या है, खासकर अमीर वर्ग के बीच।
क्या ईरान की सरकार कर प्रणाली में और सुधार करेगी?
यह संभव है, लेकिन इसके लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और प्रभावी नीतियों की आवश्यकता है।
ईरान के नेशनल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन का क्या उद्देश्य है?
INTA का उद्देश्य कर प्रणाली को सुधारना और अधिक करदाताओं को शामिल करना है।
क्या ईरान की अर्थव्यवस्था में सुधार संभव है?
हाँ, यदि सरकार सही नीतियों को अपनाती है और कर चोरी की समस्या को हल करती है, तो सुधार संभव है।
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