हाल ही में, Adani Group के लिए एक कठिन समय शुरू हुआ है। कंपनी के चेयरमैन, Gautam Adani, और अन्य के खिलाफ अमेरिका में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते, उनके दो स्टॉक्स को Bombay Stock Exchange (BSE) पर लंबे समय तक अतिरिक्त निगरानी उपायों (ASM) के पहले चरण में रखा गया है। यह घटना भारतीय निवेशकों के लिए एक चेतावनी की तरह है, जो बाजार में उतार-चढ़ाव से प्रभावित हो सकते हैं।
Gautam Adani को न्यूयॉर्क में एक बहु-बिलियन डॉलर के भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी योजना में शामिल होने के आरोप में अभियोजित किया गया है। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, Adani और उनके साथ सात अन्य आरोपियों ने भारतीय अधिकारियों को सौर अनुबंध प्राप्त करने के लिए 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत देने पर सहमति जताई थी। इस स्थिति ने Adani Group के स्टॉक्स की उच्च अस्थिरता के कारण ASM ढांचे में शामिल होने के लिए मजबूर किया।
ASM, Securities and Exchange Board of India (SEBI) और एक्सचेंजों द्वारा एक पहल है, जिसमें प्रतिभूतियों को या तो शॉर्ट-टर्म या लॉन्ग-टर्म ढांचे में स्थानांतरित किया जाता है ताकि निवेशकों के हितों की सुरक्षा की जा सके। शॉर्ट-टर्म ASM में दो चरण होते हैं, और स्टॉक्स को लागू होने के अनुसार न्यूनतम 5/15 ट्रेडिंग सत्रों के लिए रखा जाता है। इसके बाद उन्हें 6वें/16वें ट्रेडिंग दिन से समीक्षा के लिए पात्र माना जाता है।
इस प्रक्रिया में, प्रतिभूतियों की निगरानी की जाती है और उन्हें ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T Segment) में स्थानांतरित किया जाता है। इसमें 100 प्रतिशत ट्रेडेड मूल्य को मार्जिन के रूप में ब्लॉक किया जाता है, जिसका अर्थ है कि कोई भी इंट्राडे लीवरेज नहीं दिया जाता। ASM ढांचे के तहत प्रतिभूतियों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए विभिन्न मानदंड होते हैं, जैसे कि उच्च-निम्न भिन्नता, क्लाइंट कंसंट्रेशन, कीमत के बैंड की संख्या, क्लोज-टू-क्लोज कीमत में भिन्नता और प्राइस अर्निंग रेशियो।
इसके अलावा, SEBI और एक्सचेंज समय-समय पर विभिन्न उन्नत पूर्व-निवारक निगरानी उपाय भी पेश करते हैं, जैसे कि कीमत के बैंड में कमी, आवधिक कॉल नीलामी और प्रतिभूतियों को ट्रेड-फॉर-ट्रेड सेगमेंट में स्थानांतरित करना। Adani और उनके भतीजे Sagar पर आरोप है कि उन्होंने इस योजना का संचालन किया और एक 750 मिलियन डॉलर के बॉंड ऑफरिंग के दौरान निवेशकों को गुमराह किया, जिसमें अमेरिकी निवेशकों से लगभग 175 मिलियन डॉलर जुटाए गए।
न्यूयॉर्क में संघीय अभियोजकों द्वारा जारी अभियोग में Adani, 62, पर प्रतिभूति धोखाधड़ी, प्रतिभूति धोखाधड़ी करने की साजिश, और वायर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। आरोपों में भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने, प्रतिभूति और वायर धोखाधड़ी, अमेरिका के विदेशी भ्रष्ट प्रथाओं के अधिनियम का उल्लंघन करने की साजिश, न्याय में बाधा डालने, वार्षिक रिपोर्टों में झूठे बयानों का निर्माण, और समूह की जांच से संबंधित अमेरिकी सरकार को झूठे बयानों का निर्माण शामिल है।
Adani Group के खिलाफ अमेरिका में उठाए गए आरोप न केवल कंपनी के लिए, बल्कि भारतीय स्टॉक मार्केट के लिए भी एक बड़ा संकट बन गए हैं। निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, जब उन्हें अपने निवेश के निर्णयों को ध्यान से लेना होगा। इस मामले का भविष्य में क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन यह निश्चित है कि बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना रहेगा।
1. Adani Group के स्टॉक्स को ASM में क्यों रखा गया है?
Adani Group के स्टॉक्स को उच्च अस्थिरता के कारण ASM में रखा गया है, जो हाल के भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते बढ़ी है।
2. ASM क्या है?
ASM, Securities and Exchange Board of India (SEBI) और एक्सचेंजों की एक पहल है, जिसका उद्देश्य निवेशकों के हितों की सुरक्षा करना है।
3. ASM के तहत स्टॉक्स को कितने समय तक रखा जाता है?
शॉर्ट-टर्म ASM में स्टॉक्स को न्यूनतम 5/15 ट्रेडिंग सत्रों के लिए रखा जाता है।
4. Adani पर कौन से आरोप लगाए गए हैं?
Adani पर प्रतिभूति धोखाधड़ी, रिश्वतखोरी, और वायर धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
5. SEBI द्वारा लागू की गई निगरानी उपाय क्या हैं?
SEBI द्वारा विभिन्न निगरानी उपायों में कीमत के बैंड में कमी, कॉल नीलामी और ट्रेड-फॉर-ट्रेड सेगमेंट में स्थानांतरित करना शामिल है।
6. इस स्थिति का भारतीय स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
इस स्थिति के कारण भारतीय स्टॉक मार्केट में अनिश्चितता और अस्थिरता बढ़ने की संभावना है।
7. क्या निवेशक इस स्थिति से प्रभावित होंगे?
हाँ, निवेशकों को बाजार की अस्थिरता और Adani Group के खिलाफ आरोपों के कारण अपने निवेश के निर्णयों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
8. Adani Group के लिए आगे क्या चुनौतियाँ हो सकती हैं?
Adani Group को कानूनी चुनौतियों, निवेशकों के विश्वास की कमी और बाजार की अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
9. क्या Adani Group के खिलाफ और भी आरोप लग सकते हैं?
हां, यदि जांच में और सबूत मिलते हैं, तो Adani Group के खिलाफ और भी आरोप लग सकते हैं।
10. इस मामले का वैश्विक निवेशकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
इस मामले का वैश्विक निवेशकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जो Adani Group में निवेश से दूर रह सकते हैं।
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